न रुको न शर्माओ, बस बढ़ते जाओ || आचार्य प्रशांत (2015)
2019-11-05 2 Dailymotion
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
५ मार्च, २०१५
चोपता, उत्तराखंड
प्रसंग:
न रुको न शर्माओ, बस बढ़ते जाओ
हम दूसरे को देख कर अपने को हीन क्यों समझता हूँ?
अपने अंदर से हिन् भावना कैसे दूर करें?